
सोशल मीडिया की दुनिया इन दिनों एक सवाल से गूंज रही है- “अगर घर की औरतें सब्ज़ी काटेंगी, तो मर्दों को कौन काटेगा?”
बोलने को ये चुटकुला है, लेकिन इसके पीछे छुपी है एक गंभीर सामाजिक हकीकत — पत्नियाँ अब केवल आलू-प्याज नहीं काट रहीं… कभी-कभी ‘धैर्य की डोरी’ और पति की किस्मत भी चीर देती हैं!
पति-पत्नी और वो: अब तीसरा कोण कोई Triangle नहीं, खतरा बन गया है!
हाल के महीनों में ऐसी कई खबरें सामने आईं जहाँ पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को “Permanent छुट्टी” पर भेज दिया। मर्दों की मीटिंग्स अब क्रिकेट या बाइक पर नहीं, आत्म-सुरक्षा पर हो रही हैं। कुछ तो इतने सजग हो गए हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी का विवाह—हां, सही पढ़ा आपने—उसके प्रेमी से ही करवा दिया। कारण: “कम से कम मेरी जान तो बची!”
लोग कह रहे हैं – शादी नहीं, Life Insurance Policy लो।
शादी से पहले की जांच: अब ‘कुंडली मिलान’ नहीं, इंस्टा चैट मिलान जरूरी!
जहां पहले शादी से पहले गोत्र, राशि और गुण मिलाए जाते थे, अब लड़के वाले पूछ रहे हैं:
“आपके इंस्टाग्राम में ‘Close Friends’ में कौन-कौन है?”
व्हाट्सऐप चैट, कॉल रिकॉर्ड, और स्नैपचैट स्ट्रीक्स – ये सब अब दहेज सूची में शामिल हो गए हैं। भविष्य की पत्नी का ‘पुरुष मित्र मंडल’ अब शादी के लिए सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बन गया है।
मीम्स में छुपा समाज का डर
इस मीम का मकसद हँसी लाना है, लेकिन हँसी के पीछे छुपी है एक बड़ी बहस — क्या रिश्तों में पारदर्शिता खत्म हो रही है?
क्या सोशल मीडिया के ‘Like’ अब Real-Life ‘Love’ से ज़्यादा महत्वपूर्ण हो गए हैं?
सब्ज़ी तो फिर भी बच जाएगी, पर मर्द?
एक समय था जब मर्द सब्ज़ी लेने नहीं जाते थे, अब डर है कि घर लौटे तो सलाद बन न जाएं। पति बचाओ संघ की मांग उठ रही है, कि शादी से पहले “क्रिमिनल बैकग्राउंड चेक” सिर्फ लड़कों का नहीं, लड़कियों का भी होना चाहिए।
“प्याज तो हर किसी को रुलाता है, पर अब पत्नियों की चाकू पकड़ने की वजह से भी मर्द डरते हैं!”